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25 January, 2025

PERIODIC TABLE

  



आवर्त सारणी (Periodic Table) 

आवार्ट सारणी (Periodic Table) रसायन विज्ञान का एक ऐसा उपकरण है, जिसमें सभी ज्ञात तत्वों को उनके परमाणु संख्या, गुणधर्म और रासायनिक व्यवहार के आधार पर व्यवस्थित किया गया है। इसे वैज्ञानिक दिमित्री मेंडलीफ ने 1869 में पहली बार व्यवस्थित रूप में प्रस्तुत किया था। वर्तमान में उपयोग होने वाली आवर्त सारणी हैनरी मोस्ले के कार्य पर आधारित है, जिसमें तत्वों को उनकी परमाणु संख्या के अनुसार व्यवस्थित किया गया है।

आवर्त सारणी की संरचना:

आवार्ट सारणी को पंक्तियों और स्तंभों में विभाजित किया गया है:

  1. आवर्त (Periods):

    • आवर्त सारणी में 7 क्षैतिज पंक्तियाँ होती हैं जिन्हें "आवर्त" कहा जाता है।
    • प्रत्येक आवर्त में तत्वों के गुणधर्म उनकी परमाणु संख्या के अनुसार बदलते हैं।
    • जैसे-जैसे हम बाएँ से दाएँ जाते हैं, तत्वों की धातु प्रकृति कम होती जाती है और अधातु प्रकृति बढ़ती जाती है।
  2. गृह (Groups):

    • 18 ऊर्ध्वाधर स्तंभ होते हैं जिन्हें "गृह" या "समूह" कहा जाता है।
    • एक ही समूह के तत्वों के रासायनिक गुणधर्म समान होते हैं।

आवर्त सारणी का वर्गीकरण:

तत्वों को उनके गुणधर्म के आधार पर तीन मुख्य वर्गों में विभाजित किया गया है:

  1. धातु (Metals):

    • ये तत्व वाम भाग में पाए जाते हैं।
    • ये चमकदार, विद्युत और ताप के सुचालक, और घात्विक गुणों वाले होते हैं।
    • उदाहरण: सोडियम (Na), तांबा (Cu), और लोहा (Fe)।
  2. अधातु (Non-metals):

    • ये तत्व दाएँ भाग में पाए जाते हैं।
    • ये भंगुर, सुचालक नहीं होते और इनमें चमक नहीं होती।
    • उदाहरण: ऑक्सीजन (O), सल्फर (S), और नाइट्रोजन (N)।
  3. उपधातु (Metalloids):

    • ये तत्व धातु और अधातु दोनों के गुण प्रदर्शित करते हैं।
    • उदाहरण: बोरॉन (B), सिलिकॉन (Si)।

आधुनिक आवर्त सारणी का नियम:

मॉडर्न पीरियोडिक लॉ (Modern Periodic Law):
"तत्वों के रासायनिक और भौतिक गुणधर्म उनकी परमाणु संख्या के आवर्त फलन हैं।"
इसका मतलब है कि जैसे-जैसे परमाणु संख्या बढ़ती है, तत्वों के गुणधर्म आवर्त रूप से दोहराए जाते हैं।


आवर्त सारणी के मुख्य ब्लॉक:

आधुनिक आवर्त सारणी को चार मुख्य ब्लॉक्स में विभाजित किया गया है:

  1. s-ब्लॉक (S-block):

    • इसमें समूह 1 और 2 के तत्व शामिल होते हैं।
    • ये सक्रिय धातु होते हैं।
  2. p-ब्लॉक (P-block):

    • समूह 13 से 18 तक के तत्व इसमें आते हैं।
    • इनमें धातु, अधातु और उपधातु शामिल होते हैं।
  3. d-ब्लॉक (D-block):

    • ये संक्रमण तत्व (Transition elements) कहलाते हैं।
    • ये समूह 3 से 12 तक होते हैं।
  4. f-ब्लॉक (F-block):

    • इन्हें लैंथेनाइड और एक्टिनाइड श्रेणी कहा जाता है।
    • ये नीचे की दो अलग पंक्तियों में रखे जाते हैं।

आवर्त सारणी के महत्व:

  1. तत्वों का वर्गीकरण:

    • यह हमें तत्वों को व्यवस्थित और याद करने में मदद करती है।
  2. गुणधर्म की भविष्यवाणी:

    • आवर्त सारणी के आधार पर हम नए तत्वों के गुणधर्मों का अनुमान लगा सकते हैं।
  3. रासायनिक प्रतिक्रिया का अध्ययन:

    • समान समूह के तत्व समान प्रकार की रासायनिक प्रतिक्रिया करते हैं।
  4. नई खोजों में सहायक:

    • आवर्त सारणी ने वैज्ञानिकों को नए तत्व खोजने और उनके गुणधर्मों को समझने में मदद की।

निष्कर्ष:

आधुनिक आवर्त सारणी रसायन विज्ञान का आधार है। यह हमें न केवल तत्वों की जानकारी देती है, बल्कि उनके आपसी संबंधों और रासायनिक व्यवहार को भी समझने में मदद करती है।


आवार्त सारणी की और भी गहराई से व्याख्या नीचे दी गई है:





1. आधुनिक आवर्त सारणी की विशेषताएँ:

  • परमाणु संख्या के आधार पर:

    • आवर्त सारणी में तत्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु संख्या के अनुसार व्यवस्थित किया गया है।
    • पहले मेंडलीफ ने इसे परमाणु द्रव्यमान के आधार पर बनाया था, लेकिन इसमें कुछ असंगतियाँ थीं, जो परमाणु संख्या के आधार पर सुलझाई गईं।
  • आवर्त प्रकृति (Periodic Nature):

    • जब तत्वों को परमाणु संख्या के अनुसार व्यवस्थित किया जाता है, तो उनके गुणधर्म आवर्त रूप से (यानी नियमित अंतराल पर) दोहराते हैं।
    • उदाहरण: क्षार धातुएँ (Group 1) जैसे सोडियम (Na), पोटैशियम (K), और लिथियम (Li) समान रासायनिक गुणधर्म प्रदर्शित करते हैं।

2. आवार्त सारणी में समूहों का विवरण:

समूह 1: क्षार धातु (Alkali Metals)

  • ये अत्यधिक क्रियाशील धातुएँ होती हैं।
  • पानी से तेजी से प्रतिक्रिया करती हैं।
  • उदाहरण: लिथियम (Li), सोडियम (Na), पोटैशियम (K)।

समूह 2: क्षारीय पृथ्वी धातु (Alkaline Earth Metals)

  • ये भी सक्रिय धातु होती हैं, लेकिन समूह 1 से कम।
  • उदाहरण: कैल्शियम (Ca), मैग्नीशियम (Mg)।

समूह 17: हैलोजन (Halogens)

  • ये अत्यधिक सक्रिय अधातु हैं।
  • इनमें बैक्टीरिया-नाशक गुण होते हैं।
  • उदाहरण: फ्लोरीन (F), क्लोरीन (Cl)।

समूह 18: नोबल गैसें (Noble Gases)

  • ये निष्क्रिय गैसें होती हैं।
  • इनमें रासायनिक प्रतिक्रियाएँ करने की क्षमता बहुत कम होती है।
  • उदाहरण: हीलियम (He), नियॉन (Ne), आर्गन (Ar)।

3. ब्लॉक्स का विस्तृत विवरण:

आधुनिक आवर्त सारणी को चार ब्लॉक्स में विभाजित किया गया है:

(a) s-ब्लॉक:

  • समूह 1 और 2 के तत्व।
  • ये नरम और अत्यधिक प्रतिक्रियाशील धातुएँ होती हैं।
  • उदाहरण: सोडियम (Na), कैल्शियम (Ca)।

(b) p-ब्लॉक:

  • समूह 13 से 18 तक के तत्व।
  • इनमें धातु, अधातु और उपधातु शामिल होते हैं।
  • उदाहरण: सल्फर (S), फॉस्फोरस (P), क्लोरीन (Cl)।

(c) d-ब्लॉक:

  • समूह 3 से 12 के तत्व।
  • इन्हें संक्रमण धातु (Transition Metals) कहा जाता है।
  • ये अच्छे चालक होते हैं और विभिन्न रंग प्रदर्शित करते हैं।
  • उदाहरण: लोहा (Fe), तांबा (Cu)।

(d) f-ब्लॉक:

  • लैंथेनाइड और एक्टिनाइड श्रृंखला।
  • ये पृथक पंक्तियों में नीचे रखे जाते हैं।
  • इनमें रेडियोधर्मी तत्व भी शामिल हैं।
  • उदाहरण: यूरेनियम (U), थोरियम (Th)।

4. आवर्त सारणी के पीछे वैज्ञानिक तर्क:

आधुनिक आवर्त सारणी के पीछे का तर्क इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर आधारित है।

  • परमाणु में इलेक्ट्रॉन विभिन्न ऊर्जा स्तरों (शेल) में व्यवस्थित होते हैं।
  • तत्वों के गुणधर्म इस बात पर निर्भर करते हैं कि बाहरी शेल (Valence Shell) में कितने इलेक्ट्रॉन हैं।
  • उदाहरण:
    • सोडियम (Na): 1 इलेक्ट्रॉन बाहरी शेल में (अत्यधिक सक्रिय)।
    • नियोन (Ne): पूर्ण बाहरी शेल (निष्क्रिय)।

5. आवार्त सारणी का इतिहास और विकास:

(a) दिमित्री मेंडलीफ का योगदान:

  • 1869 में मेंडलीफ ने तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमान के आधार पर व्यवस्थित किया।
  • उन्होंने कुछ खाली स्थान छोड़े और भविष्य में नए तत्वों की खोज की भविष्यवाणी की।
  • हालांकि, कुछ विसंगतियों के कारण इस व्यवस्था को बदल दिया गया।

(b) हेनरी मोसले का योगदान:

  • 1913 में मोसले ने परमाणु संख्या के आधार पर आवर्त सारणी को पुनः व्यवस्थित किया।
  • इसने आवर्त सारणी को अधिक सटीक और उपयोगी बना दिया।

6. आवार्त सारणी के लाभ:

  • रसायन विज्ञान को सरल बनाना:
    • यह सभी ज्ञात तत्वों को एक व्यवस्थित ढाँचे में प्रस्तुत करती है।
  • गुणधर्मों की भविष्यवाणी:
    • एक ही समूह के तत्वों के गुणधर्म समान होते हैं।
  • नए तत्वों की खोज:
    • आवर्त सारणी ने वैज्ञानिकों को नए तत्वों को खोजने और उनके गुणधर्म समझने में मदद की।

7. आवार्त सारणी से संबंधित कुछ रोचक तथ्य:

  1. अब तक 118 तत्व खोजे जा चुके हैं।
  2. आवर्त सारणी में सबसे हल्का तत्व हाइड्रोजन (H) है।
  3. सबसे भारी तत्व ऑगनेसॉन (Og) है।
  4. आवर्त सारणी का अंतिम तत्व प्राकृतिक नहीं है, बल्कि कृत्रिम रूप से बनाया गया है।
  5. तत्वों का नाम ग्रह, खनिज, देशों और वैज्ञानिकों के नाम पर रखा गया है।

8. आवार्त सारणी का भविष्य:

वैज्ञानिक नए तत्वों की खोज में लगातार लगे हुए हैं।

  • उच्च परमाणु संख्या वाले नए कृत्रिम तत्व बनाए जा रहे हैं।
  • इन तत्वों के गुणधर्म समझने के लिए नई तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।

निष्कर्ष:

आधुनिक आवर्त सारणी रसायन विज्ञान का सबसे महत्वपूर्ण और उपयोगी उपकरण है। यह तत्वों के गुणधर्म और उनके आपसी संबंध को समझने में मदद करती है। इससे न केवल रासायनिक प्रतिक्रियाओं को समझना आसान होता है, बल्कि नए तत्वों और उनके संभावित उपयोगों का पता लगाने में भी सहायता मिलती है।


आवार्त सारणी के बारे में और अधिक गहराई से समझने के लिए, हम इसकी जटिलताओं, इसके पीछे छिपे वैज्ञानिक सिद्धांतों और इसके उपयोगों पर और भी चर्चा कर सकते हैं:


9. आवर्त सारणी और इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का संबंध

आधुनिक आवर्त सारणी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर आधारित है।

इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का महत्व:

  • शेल और उपशेल:
    • परमाणु में इलेक्ट्रॉन ऊर्जा स्तरों (शेल) और उप-स्तरों (s, p, d, f) में व्यवस्थित होते हैं।
    • किसी भी तत्व का स्थान आवर्त सारणी में इस विन्यास पर निर्भर करता है।
    • उदाहरण:
      • सोडियम (Na): 1s² 2s² 2p⁶ 3s¹ → यह s-ब्लॉक के समूह 1 में है।
      • क्लोरीन (Cl): 1s² 2s² 2p⁶ 3s² 3p⁵ → यह p-ब्लॉक के समूह 17 में है।

10. आवर्त सारणी में तत्वों का वर्गीकरण

(a) धात्विक गुणधर्म (Metallic Character):

  • आवर्त सारणी के बाएँ और नीचे की ओर जाने पर धात्विक गुणधर्म बढ़ता है।
  • यह इस बात पर निर्भर करता है कि एक परमाणु अपने इलेक्ट्रॉन कितनी आसानी से छोड़ सकता है।

(b) अधात्विक गुणधर्म (Non-metallic Character):

  • दाएँ और ऊपर की ओर जाने पर अधात्विक गुणधर्म बढ़ता है।
  • यह परमाणु की इलेक्ट्रॉन प्राप्त करने की क्षमता पर निर्भर करता है।

(c) परमाणु त्रिज्या (Atomic Radius):

  • जैसे-जैसे हम ऊपर से नीचे और बाएँ से दाएँ जाते हैं, परमाणु का आकार बदलता है।
    • आवर्त (Period): बाएँ से दाएँ जाने पर त्रिज्या घटती है।
    • गृह (Group): ऊपर से नीचे जाने पर त्रिज्या बढ़ती है।

(d) आयनन ऊर्जा (Ionization Energy):

  • यह वह ऊर्जा है जो एक परमाणु से इलेक्ट्रॉन निकालने के लिए आवश्यक होती है।
  • दाएँ और ऊपर की ओर जाने पर आयनन ऊर्जा बढ़ती है।

(e) वैद्युत ऋणात्मकता (Electronegativity):

  • यह मापता है कि एक परमाणु अन्य परमाणु से इलेक्ट्रॉन को कितना आकर्षित कर सकता है।
  • फ्लोरीन (F) सबसे अधिक वैद्युत ऋणात्मक तत्व है।

11. आवर्त सारणी के उपयोग

(a) रसायन शास्त्र में:

  • तत्वों के गुणधर्म और उनके रासायनिक व्यवहार को समझने के लिए।
  • रासायनिक यौगिकों और उनके बनावट (composition) को समझने में मदद।

(b) भौतिक शास्त्र में:

  • तत्वों के भौतिक गुण, जैसे घनत्व, गलनांक, और क्वथनांक का अध्ययन।

(c) औद्योगिक उपयोग:

  • धातुओं और उनके मिश्रधातुओं (Alloys) का निर्माण।
  • अधातुओं का उपयोग जैसे ऑक्सीजन का औषधीय उपयोग और क्लोरीन का जल शोधन।

(d) नए तत्वों की खोज में:

  • वैज्ञानिक नए तत्वों और उनके गुणधर्म की भविष्यवाणी करते हैं।

12. आवर्त सारणी से संबंधित रोचक जानकारियाँ

  1. हाइड्रोजन (Hydrogen):

    • हाइड्रोजन को s-ब्लॉक में रखा गया है, लेकिन इसके गुणधर्म इसे अधातु बनाते हैं।
    • इसे "अनूठा तत्व" कहा जाता है।
  2. लैंथेनाइड और एक्टिनाइड:

    • ये f-ब्लॉक के तत्व हैं।
    • इनमें से अधिकांश तत्व दुर्लभ (Rare Earth Elements) और रेडियोधर्मी होते हैं।
  3. ट्रेंड्स:

    • क्षारीय पृथ्वी धातुएँ जैसे कैल्शियम और मैग्नीशियम मानव शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
    • नोबल गैसें जैसे हीलियम और आर्गन औद्योगिक और वैज्ञानिक उपयोगों में काम आती हैं।
  4. सबसे भारी और हल्के तत्व:

    • सबसे हल्का तत्व: हाइड्रोजन (H)।
    • सबसे भारी तत्व: ऑगनेसॉन (Og), जो कृत्रिम रूप से बनाया गया है।

13. आवर्त सारणी की सीमाएँ

  1. हाइड्रोजन का स्थान:

    • हाइड्रोजन को s-ब्लॉक में रखा गया है, लेकिन इसका व्यवहार क्षार धातुओं और हैलोजनों दोनों से मेल खाता है।
  2. लैंथेनाइड और एक्टिनाइड की स्थिति:

    • इन्हें मुख्य आवर्त सारणी के बाहर रखा गया है, जिससे वे अलग-थलग महसूस होते हैं।
  3. भविष्य के तत्व:

    • उच्च परमाणु संख्या वाले तत्वों को समायोजित करने में कठिनाई हो सकती है।

14. भविष्य में आवर्त सारणी का विकास

  • वैज्ञानिक लगातार कृत्रिम तत्वों (Synthetic Elements) को बनाने पर काम कर रहे हैं।
  • परमाणु संख्या 118 (ऑगनेसॉन) के बाद के तत्वों की खोज जारी है।
  • भविष्य में, आवर्त सारणी को और विस्तारित किया जा सकता है।

15. आवर्त सारणी के वैज्ञानिक और ऐतिहासिक महत्व

  • यह विज्ञान और रसायन शास्त्र का आधार है।
  • इसने विज्ञान को व्यवस्थित और सुलभ बनाया।
  • मेंडलीफ, मोसले, और अन्य वैज्ञानिकों के योगदान के कारण यह लगातार विकसित होती रही है।

निष्कर्ष

आधुनिक आवर्त सारणी न केवल रसायन शास्त्र के लिए एक आधारभूत उपकरण है, बल्कि यह वैज्ञानिक अनुसंधान और औद्योगिक विकास में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह एक ऐसी संरचना है, जो मानव समझ और प्रगति का प्रतीक है।


आइए आवर्त सारणी के और पहलुओं को विस्तार से समझते हैं:


16. आवर्त सारणी में प्रत्येक आवर्त की विशेषताएँ

आधुनिक आवर्त सारणी में 7 क्षैतिज पंक्तियाँ (आवर्त) होती हैं। हर आवर्त में तत्वों के गुण क्रमिक रूप से बदलते हैं।

पहला आवर्त (Period 1):

  • इसमें केवल 2 तत्व होते हैं: हाइड्रोजन (H) और हीलियम (He)।
  • यह सबसे छोटा आवर्त है।
  • विशेषता: हाइड्रोजन धातु और अधातु दोनों के गुण प्रदर्शित करता है, और हीलियम एक नोबल गैस है।

दूसरा आवर्त (Period 2):

  • इसमें 8 तत्व होते हैं (लिथियम से लेकर नियॉन तक)।
  • इसमें s और p-ब्लॉक के तत्व शामिल हैं।
  • विशेषता: यहाँ से तत्वों के गुण क्रमबद्ध रूप से स्पष्ट होने लगते हैं।

तीसरा आवर्त (Period 3):

  • इसमें 8 तत्व होते हैं (सोडियम से लेकर आर्गन तक)।
  • यह पहला आवर्त है, जहाँ d-ब्लॉक के तत्व नहीं होते।

चौथा आवर्त (Period 4):

  • इसमें 18 तत्व होते हैं।
  • यह पहला आवर्त है, जहाँ d-ब्लॉक के तत्व (संक्रमण धातु) शामिल होते हैं।

पाँचवाँ आवर्त (Period 5):

  • इसमें भी 18 तत्व होते हैं।
  • इसमें संक्रमण धातु और p-ब्लॉक दोनों के तत्व होते हैं।

छठा आवर्त (Period 6):

  • इसमें 32 तत्व होते हैं।
  • इसमें f-ब्लॉक के तत्व (लैंथेनाइड श्रृंखला) शामिल होते हैं।

सातवाँ आवर्त (Period 7):

  • इसमें 32 तत्व होते हैं, जिनमें एक्टिनाइड श्रृंखला के तत्व शामिल हैं।
  • यह आवर्त अभी भी अधूरा है क्योंकि इस आवर्त के तत्वों की खोज जारी है।

17. तत्वों के आवर्तीय गुणों के रुझान (Trends in Periodic Properties)

(a) परमाणु त्रिज्या (Atomic Radius):

  • आवर्त में: बाएँ से दाएँ जाने पर त्रिज्या घटती है क्योंकि परमाणु में इलेक्ट्रॉनों और प्रोटॉनों का आकर्षण बढ़ता है।
  • समूह में: ऊपर से नीचे जाने पर त्रिज्या बढ़ती है क्योंकि नए शेल जुड़ते हैं।

(b) आयनन ऊर्जा (Ionization Energy):

  • यह वह ऊर्जा है जो एक परमाणु से इलेक्ट्रॉन निकालने के लिए आवश्यक होती है।
  • आवर्त में: बाएँ से दाएँ जाने पर आयनन ऊर्जा बढ़ती है।
  • समूह में: ऊपर से नीचे जाने पर आयनन ऊर्जा घटती है।

(c) इलेक्ट्रॉन संबद्धता (Electron Affinity):

  • यह मापता है कि एक परमाणु किसी इलेक्ट्रॉन को जोड़ने की कितनी क्षमता रखता है।
  • आवर्त में: बाएँ से दाएँ इलेक्ट्रॉन संबद्धता बढ़ती है।
  • समूह में: ऊपर से नीचे यह घटती है।

(d) वैद्युत ऋणात्मकता (Electronegativity):

  • यह तत्व की वह क्षमता है, जिससे वह अन्य परमाणु से इलेक्ट्रॉन खींच सकता है।
  • फ्लोरीन (F) सबसे अधिक वैद्युत ऋणात्मक तत्व है।

18. रासायनिक गुणधर्म पर आवर्त सारणी का प्रभाव

(a) धातुओं का गुणधर्म:

  • धातु अपनी बाहरी परत के इलेक्ट्रॉन को खोने की प्रवृत्ति रखती हैं।
  • धातु तत्व समूह के निचले भाग में अधिक सक्रिय होते हैं।

(b) अधातुओं का गुणधर्म:

  • अधातु बाहरी परत के इलेक्ट्रॉन प्राप्त करने की प्रवृत्ति रखते हैं।
  • समूह के ऊपरी भाग के अधातु अधिक सक्रिय होते हैं।

(c) अम्लीय और क्षारीय ऑक्साइड:

  • धातु आमतौर पर क्षारीय ऑक्साइड बनाते हैं।
  • अधातु अम्लीय ऑक्साइड बनाते हैं।

19. आवर्त सारणी के तत्वों के उपयोग

(a) हाइड्रोजन (H):

  • ईंधन के रूप में और पानी बनाने के लिए।
  • अमोनिया (NH₃) के उत्पादन में।

(b) हीलियम (He):

  • गुब्बारों और एयरशिप में।
  • गहरे समुद्र में डाइविंग में।

(c) लोहा (Fe):

  • निर्माण और मशीनरी में।

(d) ऑक्सीजन (O):

  • श्वसन और चिकित्सा उपयोगों में।

(e) क्लोरीन (Cl):

  • जल शोधन और सफाई उत्पादों में।

(f) सोडियम (Na) और पोटैशियम (K):

  • नमक और उर्वरकों के निर्माण में।

20. आवर्त सारणी और रसायन विज्ञान की भविष्यवाणी क्षमता

आधुनिक आवर्त सारणी वैज्ञानिकों को नए तत्वों और उनके गुणों का अनुमान लगाने में मदद करती है।

(a) नए तत्वों की खोज:

  • 20वीं और 21वीं शताब्दी में कई कृत्रिम तत्व (जैसे, ऑगनेसॉन) खोजे गए हैं।
  • इन तत्वों के गुणधर्म आवर्त सारणी के अनुसार ही पाए गए।

(b) रासायनिक यौगिकों का निर्माण:

  • आवर्त सारणी से हम यह समझ सकते हैं कि कौन से तत्व आपस में प्रतिक्रिया करेंगे।

(c) उद्योग और तकनीक में उपयोग:

  • आवर्त सारणी की मदद से नई मिश्रधातुओं और यौगिकों को विकसित किया जाता है।

21. आवर्त सारणी के भविष्य की संभावनाएँ

(a) उच्च परमाणु संख्या वाले तत्व:

  • वैज्ञानिक अब ऐसे तत्व बनाने की कोशिश कर रहे हैं जिनकी परमाणु संख्या 118 से अधिक हो।

(b) नई सामग्री का निर्माण:

  • आवर्त सारणी से प्रेरित होकर नई सामग्रियों जैसे सुपरकंडक्टर और नैनोमटीरियल्स का विकास हो रहा है।

(c) अंतरिक्ष अनुसंधान में उपयोग:

  • आवर्त सारणी के तत्वों का उपयोग रॉकेट फ्यूल, अंतरिक्ष यान, और अन्य उपकरणों के निर्माण में हो रहा है।

निष्कर्ष:

आधुनिक आवर्त सारणी केवल एक सूची नहीं है, यह एक व्यवस्थित वैज्ञानिक सिद्धांत है जो रसायन शास्त्र, भौतिक विज्ञान और उद्योगों का आधार है। जैसे-जैसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी विकसित होती जा रही है, आवर्त सारणी और अधिक उपयोगी और विस्तृत होती जा रही है। यह मानव सभ्यता की वैज्ञानिक समझ और नवाचार की यात्रा का प्रतीक है।


आइए आवर्त सारणी के और भी गहराई वाले पहलुओं और उसके प्रभाव को विस्तार से समझते हैं:


22. तत्वों के ब्लॉक्स (Blocks) और उनकी विशेषताएँ

आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को चार ब्लॉक्स में बाँटा गया है: s-ब्लॉक, p-ब्लॉक, d-ब्लॉक, और f-ब्लॉक।

(a) s-ब्लॉक:

  • स्थान: समूह 1 और 2 (लिथियम से लेकर बेरिलियम तक)।
  • मुख्य विशेषताएँ:
    • इन तत्वों के बाहरी शेल में केवल 1 या 2 इलेक्ट्रॉन होते हैं।
    • ये सक्रिय धातु होते हैं।
    • क्षार धातु और क्षारीय पृथ्वी धातुएँ शामिल हैं।
    • जैसे: सोडियम (Na), पोटैशियम (K)।
  • उपयोग:
    • पानी के साथ तेजी से प्रतिक्रिया करके ऊर्जा उत्पन्न करते हैं।
    • उर्वरकों और बैटरियों में उपयोगी।

(b) p-ब्लॉक:

  • स्थान: समूह 13 से 18।
  • मुख्य विशेषताएँ:
    • बाहरी शेल में 3 से 8 इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं।
    • इनमें धातु, अधातु, और उपधातु (Metalloids) शामिल होते हैं।
    • नोबल गैसें (जैसे आर्गन, हीलियम) p-ब्लॉक में आती हैं।
    • जैसे: ऑक्सीजन (O), क्लोरीन (Cl)।
  • उपयोग:
    • अधातु ऑक्सीजन जीवन के लिए आवश्यक है।
    • अधातु जैसे सल्फर और क्लोरीन औद्योगिक रसायनों में काम आते हैं।

(c) d-ब्लॉक (संक्रमण धातु):

  • स्थान: समूह 3 से 12।
  • मुख्य विशेषताएँ:
    • ये धातुएँ होती हैं जिनमें कठोरता, उच्च गलनांक, और विद्युत चालकता होती है।
    • जैसे: लोहा (Fe), तांबा (Cu), चाँदी (Ag)।
  • उपयोग:
    • औजार, मशीनरी, और गहनों में।
    • कैटेलिस्ट के रूप में रासायनिक प्रतिक्रियाओं को तेज करते हैं।

(d) f-ब्लॉक (लैंथेनाइड और एक्टिनाइड):

  • स्थान: आवर्त सारणी के नीचे।
  • मुख्य विशेषताएँ:
    • इनमें लैंथेनाइड श्रृंखला और एक्टिनाइड श्रृंखला शामिल होती है।
    • एक्टिनाइड श्रृंखला के अधिकांश तत्व रेडियोधर्मी होते हैं।
    • जैसे: यूरेनियम (U), थोरियम (Th)।
  • उपयोग:
    • परमाणु ऊर्जा संयंत्रों और चिकित्सा में।
    • दुर्लभ पृथ्वी धातुएँ आधुनिक उपकरणों जैसे स्मार्टफोन और लेजर में उपयोग की जाती हैं।

23. आवर्त सारणी और पर्यावरणीय प्रभाव

(a) खनिज और तत्वों का उत्खनन (Mining):

  • लोहा, सोना, तांबा जैसे तत्वों का उत्खनन पर्यावरण को प्रभावित करता है।
  • इसके कारण वनों की कटाई और जल स्रोतों का प्रदूषण होता है।

(b) रेडियोधर्मी तत्वों का प्रभाव:

  • यूरेनियम और प्लूटोनियम जैसे तत्व परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में उपयोगी होते हैं, लेकिन इनसे उत्पन्न रेडियोधर्मी कचरा पर्यावरण के लिए खतरनाक होता है।

(c) नवीकरणीय ऊर्जा:

  • आवर्त सारणी के तत्व जैसे सिलिकॉन (Si) सौर पैनलों में और लिथियम (Li) बैटरियों में उपयोगी होते हैं।
  • यह टिकाऊ विकास (Sustainable Development) में मदद करते हैं।

24. आवर्त सारणी से जुड़े रोचक तथ्य

  1. सबसे दुर्लभ तत्व:

    • फ्रैंशियम (Fr) सबसे दुर्लभ प्राकृतिक तत्व है। पूरे पृथ्वी में इसकी मात्रा कुछ ग्राम ही है।
  2. सबसे भारी तत्व:

    • कृत्रिम रूप से निर्मित ऑगनेसॉन (Og) सबसे भारी तत्व है।
  3. नोबल गैसें:

    • इन्हें "आलसी गैसें" भी कहा जाता है क्योंकि ये किसी अन्य तत्व के साथ प्रतिक्रिया नहीं करतीं।
  4. महत्वपूर्ण तत्व:

    • कार्बन (C) जीवन का आधार है।
    • सिलिकॉन (Si) कंप्यूटर चिप्स का मुख्य घटक है।
  5. विस्फोटक तत्व:

    • सोडियम और पोटैशियम पानी के संपर्क में आने पर तीव्र प्रतिक्रिया करते हैं।

25. आवर्त सारणी और आधुनिक तकनीक

(a) इलेक्ट्रॉनिक्स और अर्धचालक:

  • सिलिकॉन और जर्मेनियम अर्धचालक सामग्री के रूप में काम करते हैं।
  • ये ट्रांजिस्टर, कंप्यूटर चिप्स और सौर पैनलों में उपयोग किए जाते हैं।

(b) चिकित्सा:

  • रेडियोधर्मी आइसोटोप (जैसे कोबाल्ट-60) कैंसर के इलाज में उपयोग किए जाते हैं।
  • आयोडीन-131 थायराइड की बीमारियों के इलाज में मदद करता है।

(c) ऊर्जा:

  • यूरेनियम और प्लूटोनियम परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में उपयोग किए जाते हैं।
  • हाइड्रोजन को भविष्य के स्वच्छ ईंधन के रूप में देखा जा रहा है।

26. आवर्त सारणी और शिक्षा में इसका महत्व

  • छात्रों को रासायनिक गुणधर्म और उनके अनुप्रयोगों को समझने में मदद करती है।
  • यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण और अनुसंधान कौशल विकसित करने का आधार है।

27. आवर्त सारणी के नए प्रयोग और संभावनाएँ

(a) सुपरहेवी तत्वों की खोज:

  • वैज्ञानिक 118 से अधिक परमाणु संख्या वाले तत्वों की खोज में लगे हैं।
  • इन्हें "गणितीय रूप से स्थिर तत्व" कहा जाता है।

(b) क्वांटम रसायन विज्ञान:

  • आवर्त सारणी का उपयोग क्वांटम सिद्धांतों को समझने और नई सामग्री को डिजाइन करने में किया जा रहा है।

(c) अंतरिक्ष अनुसंधान:

  • दुर्लभ पृथ्वी धातुएँ और हल्के तत्व अंतरिक्ष यानों में उपयोग किए जा रहे हैं।

28. आवर्त सारणी का वैश्विक महत्व

(a) अनुसंधान और विकास:

  • वैज्ञानिक समुदाय आवर्त सारणी का उपयोग नई दवाइयाँ, उपकरण, और ऊर्जा स्रोतों को विकसित करने के लिए करता है।

(b) अंतर्राष्ट्रीय मानक:

  • IUPAC (International Union of Pure and Applied Chemistry) आवर्त सारणी को मानकीकृत करता है।

(c) औद्योगिक उपयोग:

  • पेट्रोलियम, धातु, रसायन, और ऊर्जा उद्योग आवर्त सारणी पर आधारित हैं।

निष्कर्ष:

आधुनिक आवर्त सारणी एक वैज्ञानिक चमत्कार है जो प्रकृति के मौलिक नियमों को दर्शाती है। यह केवल रसायन शास्त्र का आधार नहीं है, बल्कि यह भौतिक विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, और अन्य क्षेत्रों में भी समान रूप से उपयोगी है। जैसे-जैसे नई खोजें होती रहेंगी, आवर्त सारणी का दायरा और अधिक विस्तृत और शक्तिशाली होता जाएगा।



बहुबिकल्पीय प्रश्नोत्तर 


यहाँ आधुनिक आवर्त सारणी से संबंधित कुछ MCQs दिए गए हैं:


1. आवर्त सारणी में तत्वों को किस आधार पर व्यवस्थित किया गया है?

A. परमाणु द्रव्यमान
B. परमाणु क्रमांक
C. रासायनिक गुणधर्म
D. इलेक्ट्रॉनिक संरचना
उत्तर: B. परमाणु क्रमांक


2. आवर्त सारणी में कुल कितने आवर्त (Periods) होते हैं?

A. 6
B. 7
C. 8
D. 9
उत्तर: B. 7


3. आवर्त सारणी का कौन सा समूह "नोबल गैस" कहलाता है?

A. समूह 1
B. समूह 14
C. समूह 17
D. समूह 18
उत्तर: D. समूह 18


4. सबसे छोटा आवर्त कौन सा है?

A. पहला
B. दूसरा
C. चौथा
D. सातवाँ
उत्तर: A. पहला


5. कौन सा तत्व क्षार धातु में शामिल है?

A. मैग्नीशियम (Mg)
B. सोडियम (Na)
C. क्लोरीन (Cl)
D. आर्गन (Ar)
उत्तर: B. सोडियम (Na)


6. आवर्त सारणी में सबसे अधिक विद्युतीय ऋणात्मकता किस तत्व की है?

A. फ्लोरीन (F)
B. ऑक्सीजन (O)
C. नाइट्रोजन (N)
D. क्लोरीन (Cl)
उत्तर: A. फ्लोरीन (F)


7. आवर्त सारणी का तीसरा आवर्त कितने तत्वों का होता है?

A. 8
B. 18
C. 32
D. 2
उत्तर: A. 8


8. आवर्त सारणी में f-ब्लॉक के तत्व कहाँ स्थित होते हैं?

A. समूह 1 और 2 में
B. d-ब्लॉक के नीचे
C. आवर्त सारणी के नीचे अलग से
D. समूह 13 से 18 में
उत्तर: C. आवर्त सारणी के नीचे अलग से


9. कौन सा तत्व अधातु है?

A. तांबा (Cu)
B. सल्फर (S)
C. लोहा (Fe)
D. पोटैशियम (K)
उत्तर: B. सल्फर (S)


10. लैंथेनाइड श्रृंखला का पहला तत्व कौन सा है?

A. एक्टिनियम (Ac)
B. थोरियम (Th)
C. लैंथेनम (La)
D. सेरियम (Ce)
उत्तर: D. सेरियम (Ce)


यहाँ आधुनिक आवर्त सारणी से संबंधित और MCQs दिए गए हैं:


11. आवर्त सारणी का सबसे हल्का तत्व कौन सा है?

A. हीलियम (He)
B. हाइड्रोजन (H)
C. लिथियम (Li)
D. ऑक्सीजन (O)
उत्तर: B. हाइड्रोजन (H)


12. आवर्त सारणी में कौन सा तत्व "क्षारीय पृथ्वी धातु" है?

A. सोडियम (Na)
B. कैल्शियम (Ca)
C. सल्फर (S)
D. आयरन (Fe)
उत्तर: B. कैल्शियम (Ca)


13. समूह 17 के तत्वों को किस नाम से जाना जाता है?

A. क्षार धातु
B. हैलोजन
C. नोबल गैस
D. संक्रमण धातु
उत्तर: B. हैलोजन


14. आवर्त सारणी में सबसे बड़ी परमाणु त्रिज्या किसकी है?

A. हीलियम (He)
B. फ्रैंशियम (Fr)
C. फ्लोरीन (F)
D. यूरेनियम (U)
उत्तर: B. फ्रैंशियम (Fr)


15. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व संक्रमण धातु है?

A. सोडियम (Na)
B. लोहा (Fe)
C. ऑक्सीजन (O)
D. आर्गन (Ar)
उत्तर: B. लोहा (Fe)


16. आवर्त सारणी के d-ब्लॉक के तत्वों को क्या कहा जाता है?

A. संक्रमण धातु
B. अधातु
C. क्षार धातु
D. नोबल गैस
उत्तर: A. संक्रमण धातु


17. सबसे ज्यादा आयनिकता वाला तत्व कौन सा है?

A. पोटैशियम (K)
B. फ्लोरीन (F)
C. लिथियम (Li)
D. फ्रैंशियम (Fr)
उत्तर: D. फ्रैंशियम (Fr)


18. कौन सा तत्व अधातु नहीं है?

A. ब्रोमीन (Br)
B. लोहा (Fe)
C. क्लोरीन (Cl)
D. सल्फर (S)
उत्तर: B. लोहा (Fe)


19. आवर्त सारणी का कौन सा तत्व जल के साथ तीव्र प्रतिक्रिया करता है?

A. सोडियम (Na)
B. हीलियम (He)
C. कार्बन (C)
D. नाइट्रोजन (N)
उत्तर: A. सोडियम (Na)


20. आवर्त सारणी में सबसे अधिक धनात्मक इलेक्ट्रॉन हटाने की ऊर्जा (Ionization Energy) किसकी है?

A. फ्रैंशियम (Fr)
B. हीलियम (He)
C. लिथियम (Li)
D. फ्लोरीन (F)
उत्तर: B. हीलियम (He)


21. नोबल गैसों की सबसे खास विशेषता क्या है?

A. उच्च विद्युत चालकता
B. प्रतिक्रियाविहीनता
C. भारी परमाणु द्रव्यमान
D. हल्के रंग
उत्तर: B. प्रतिक्रियाविहीनता


22. आवर्त सारणी में समूह 14 का सबसे पहला तत्व कौन सा है?

A. कार्बन (C)
B. सिलिकॉन (Si)
C. जर्मेनियम (Ge)
D. टिन (Sn)
उत्तर: A. कार्बन (C)


23. कौन सा तत्व अधातु और धातु दोनों गुण रखता है?

A. कार्बन (C)
B. सिलिकॉन (Si)
C. सोडियम (Na)
D. पोटैशियम (K)
उत्तर: B. सिलिकॉन (Si)


24. f-ब्लॉक तत्वों को क्या कहा जाता है?

A. संक्रमण धातु
B. अधातु
C. लैंथेनाइड और एक्टिनाइड
D. नोबल गैस
उत्तर: C. लैंथेनाइड और एक्टिनाइड


25. सबसे अधिक रासायनिक प्रतिक्रियाशील धातु कौन सी है?

A. सोडियम (Na)
B. फ्रैंशियम (Fr)
C. कैल्शियम (Ca)
D. पोटैशियम (K)
उत्तर: B. फ्रैंशियम (Fr)


यहाँ आधुनिक आवर्त सारणी से संबंधित और MCQs दिए गए हैं:


11. आवर्त सारणी का सबसे हल्का तत्व कौन सा है?

A. हीलियम (He)
B. हाइड्रोजन (H)
C. लिथियम (Li)
D. ऑक्सीजन (O)
उत्तर: B. हाइड्रोजन (H)


12. आवर्त सारणी में कौन सा तत्व "क्षारीय पृथ्वी धातु" है?

A. सोडियम (Na)
B. कैल्शियम (Ca)
C. सल्फर (S)
D. आयरन (Fe)
उत्तर: B. कैल्शियम (Ca)


13. समूह 17 के तत्वों को किस नाम से जाना जाता है?

A. क्षार धातु
B. हैलोजन
C. नोबल गैस
D. संक्रमण धातु
उत्तर: B. हैलोजन


14. आवर्त सारणी में सबसे बड़ी परमाणु त्रिज्या किसकी है?

A. हीलियम (He)
B. फ्रैंशियम (Fr)
C. फ्लोरीन (F)
D. यूरेनियम (U)
उत्तर: B. फ्रैंशियम (Fr)


15. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व संक्रमण धातु है?

A. सोडियम (Na)
B. लोहा (Fe)
C. ऑक्सीजन (O)
D. आर्गन (Ar)
उत्तर: B. लोहा (Fe)


16. आवर्त सारणी के d-ब्लॉक के तत्वों को क्या कहा जाता है?

A. संक्रमण धातु
B. अधातु
C. क्षार धातु
D. नोबल गैस
उत्तर: A. संक्रमण धातु


17. सबसे ज्यादा आयनिकता वाला तत्व कौन सा है?

A. पोटैशियम (K)
B. फ्लोरीन (F)
C. लिथियम (Li)
D. फ्रैंशियम (Fr)
उत्तर: D. फ्रैंशियम (Fr)


18. कौन सा तत्व अधातु नहीं है?

A. ब्रोमीन (Br)
B. लोहा (Fe)
C. क्लोरीन (Cl)
D. सल्फर (S)
उत्तर: B. लोहा (Fe)


19. आवर्त सारणी का कौन सा तत्व जल के साथ तीव्र प्रतिक्रिया करता है?

A. सोडियम (Na)
B. हीलियम (He)
C. कार्बन (C)
D. नाइट्रोजन (N)
उत्तर: A. सोडियम (Na)


20. आवर्त सारणी में सबसे अधिक धनात्मक इलेक्ट्रॉन हटाने की ऊर्जा (Ionization Energy) किसकी है?

A. फ्रैंशियम (Fr)
B. हीलियम (He)
C. लिथियम (Li)
D. फ्लोरीन (F)
उत्तर: B. हीलियम (He)


21. नोबल गैसों की सबसे खास विशेषता क्या है?

A. उच्च विद्युत चालकता
B. प्रतिक्रियाविहीनता
C. भारी परमाणु द्रव्यमान
D. हल्के रंग
उत्तर: B. प्रतिक्रियाविहीनता


22. आवर्त सारणी में समूह 14 का सबसे पहला तत्व कौन सा है?

A. कार्बन (C)
B. सिलिकॉन (Si)
C. जर्मेनियम (Ge)
D. टिन (Sn)
उत्तर: A. कार्बन (C)


23. कौन सा तत्व अधातु और धातु दोनों गुण रखता है?

A. कार्बन (C)
B. सिलिकॉन (Si)
C. सोडियम (Na)
D. पोटैशियम (K)
उत्तर: B. सिलिकॉन (Si)


24. f-ब्लॉक तत्वों को क्या कहा जाता है?

A. संक्रमण धातु
B. अधातु
C. लैंथेनाइड और एक्टिनाइड
D. नोबल गैस
उत्तर: C. लैंथेनाइड और एक्टिनाइड


25. सबसे अधिक रासायनिक प्रतिक्रियाशील धातु कौन सी है?

A. सोडियम (Na)
B. फ्रैंशियम (Fr)
C. कैल्शियम (Ca)
D. पोटैशियम (K)
उत्तर: B. फ्रैंशियम (Fr)


यहाँ और कुछ आधुनिक आवर्त सारणी से संबंधित MCQs दिए गए हैं:


44. आवर्त सारणी में "actinide" तत्वों की श्रृंखला कहाँ स्थित होती है?

A. ऊपर की ओर
B. नीचे की ओर
C. दाएँ की ओर
D. बाएँ की ओर
उत्तर: B. नीचे की ओर


45. आवर्त सारणी में समूह 18 के तत्व किस श्रेणी में आते हैं?

A. हैलोजन
B. नोबल गैस
C. क्षारीय पृथ्वी धातु
D. संक्रमण धातु
उत्तर: B. नोबल गैस


46. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व आवर्त सारणी का एक प्रमुख अधातु है?

A. सोडियम (Na)
B. आर्सेनिक (As)
C. ब्रोमीन (Br)
D. सिलिकॉन (Si)
उत्तर: C. ब्रोमीन (Br)


47. आवर्त सारणी में सबसे हल्की धातु कौन सी है?

A. लिथियम (Li)
B. सोडियम (Na)
C. पोटैशियम (K)
D. मैग्नीशियम (Mg)
उत्तर: A. लिथियम (Li)


48. आवर्त सारणी में कौन सा तत्व सबसे ज्यादा प्रतिक्रियाशील धातु है?

A. लिथियम (Li)
B. सोडियम (Na)
C. फ्रैंशियम (Fr)
D. पोटैशियम (K)
उत्तर: C. फ्रैंशियम (Fr)


49. निम्नलिखित में से कौन सा एक अधातु है जो ठोस अवस्था में पाया जाता है?

A. आर्गन (Ar)
B. नाइट्रोजन (N)
C. कार्बन (C)
D. हाइड्रोजन (H)
उत्तर: C. कार्बन (C)


50. आवर्त सारणी में सबसे कम विद्युतीय ऋणात्मकता किसका है?

A. फ्रैंशियम (Fr)
B. आयोडीन (I)
C. ऑक्सीजन (O)
D. फ्लोरीन (F)
उत्तर: A. फ्रैंशियम (Fr)


51. लिथियम, सोडियम, पोटैशियम, और फ्रैंशियम किस समूह के तत्व हैं?

A. समूह 1 (क्षार धातु)
B. समूह 2 (क्षारीय पृथ्वी धातु)
C. समूह 17 (हैलोजन)
D. समूह 18 (नोबल गैस)
उत्तर: A. समूह 1 (क्षार धातु)


52. आवर्त सारणी में कौन सा तत्व सबसे कम परमाणु द्रव्यमान रखता है?

A. हाइड्रोजन (H)
B. हेलियम (He)
C. लिथियम (Li)
D. नाइट्रोजन (N)
उत्तर: A. हाइड्रोजन (H)


53. "बल्खों" के तत्व कौन से हैं?

A. समूह 1 के तत्व
B. समूह 2 के तत्व
C. समूह 17 के तत्व
D. समूह 3 से 12 के तत्व
उत्तर: D. समूह 3 से 12 के तत्व


54. फाइटोकेमिकल का रंग किस तत्व द्वारा उत्पन्न होता है?

A. हाइड्रोजन
B. ऑक्सीजन
C. लोहा
D. कार्बन
उत्तर: C. लोहा


55. पोटैशियम (K) और कैल्शियम (Ca) के बीच कौन सा महत्वपूर्ण अंतर है?

A. पोटैशियम एक क्षारीय धातु है, जबकि कैल्शियम एक क्षारीय पृथ्वी धातु है।
B. पोटैशियम एक संक्रमण धातु है, जबकि कैल्शियम एक अधातु है।
C. पोटैशियम एक अधातु है, जबकि कैल्शियम एक धातु है।
D. पोटैशियम और कैल्शियम दोनों धातुएं हैं, लेकिन उनके परमाणु द्रव्यमान में बड़ा अंतर है।
उत्तर: A. पोटैशियम एक क्षारीय धातु है, जबकि कैल्शियम एक क्षारीय पृथ्वी धातु है।


56. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व गैसीय अवस्था में पाया जाता है?

A. ब्रोमीन (Br)
B. कार्बन (C)
C. ऑक्सीजन (O)
D. सल्फर (S)
उत्तर: C. ऑक्सीजन (O)


57. आयननाइजेशन ऊर्जा को बढ़ाने के लिए किस तत्व में इलेक्ट्रॉन की दूरी परमाणु के नाभिक से कम होनी चाहिए?

A. एक हल्की धातु
B. एक अधातु
C. एक भारी धातु
D. एक गैसीय तत्व
उत्तर: B. एक अधातु


58. क्षारीय धातु में प्रतिक्रिया के दौरान किस प्रकार की गैस निकलती है?

A. हाइड्रोजन गैस
B. अमोनिया गैस
C. ऑक्सीजन गैस
D. नाइट्रोजन गैस
उत्तर: A. हाइड्रोजन गैस


59. आवर्त सारणी में स्थित तत्वों की रासायनिक और भौतिक गुणों में समानताएँ क्यों होती हैं?

A. उनके परमाणु क्रमांक में समानता
B. उनके परमाणु द्रव्यमान में समानता
C. उनके इलेक्ट्रॉनिक संरचना में समानता
D. उनके न्यूट्रॉन की संख्या में समानता
उत्तर: C. उनके इलेक्ट्रॉनिक संरचना में समानता


60. किसी तत्व का रासायनिक गुणधर्म किससे प्रभावित होता है?

A. उसका परमाणु द्रव्यमान
B. उसकी परमाणु संरचना और इलेक्ट्रॉन की स्थिति
C. उसका इलेक्ट्रोनिक रूप
D. उसकी परमाणु त्रिज्या
उत्तर: B. उसकी परमाणु संरचना और इलेक्ट्रॉन की स्थिति


यहाँ और कुछ MCQs हैं जो आधुनिक आवर्त सारणी पर आधारित हैं:


61. आवर्त सारणी में सबसे हल्की गैस कौन सी है?

A. नाइट्रोजन (N)
B. हाइड्रोजन (H)
C. हीलियम (He)
D. ऑक्सीजन (O)
उत्तर: B. हाइड्रोजन (H)


62. निम्नलिखित में से कौन सा एक अधातु है?

A. लोहा (Fe)
B. तांबा (Cu)
C. ब्रोमीन (Br)
D. सिलिकॉन (Si)
उत्तर: C. ब्रोमीन (Br)


63. पोटैशियम (K) और सोडियम (Na) में क्या समानता है?

A. दोनों ही संक्रमण धातु हैं
B. दोनों के पास एक ही परमाणु द्रव्यमान है
C. दोनों क्षार धातु (Alkali metals) हैं
D. दोनों गैसीय अवस्था में पाए जाते हैं
उत्तर: C. दोनों क्षार धातु (Alkali metals) हैं


64. आवर्त सारणी में सबसे बड़ी परमाणु त्रिज्या किस तत्व की है?

A. लिथियम (Li)
B. फ्रैंशियम (Fr)
C. हैलोजन (F)
D. मैग्नीशियम (Mg)
उत्तर: B. फ्रैंशियम (Fr)


65. आवर्त सारणी में समूह 17 के तत्वों को किस नाम से जाना जाता है?

A. नोबल गैस
B. हैलोजन
C. क्षार धातु
D. क्षारीय पृथ्वी धातु
उत्तर: B. हैलोजन


66. निम्नलिखित में से कौन सा गैसीय तत्व है जो आवर्त सारणी में पाया जाता है?

A. ब्रोमीन (Br)
B. नाइट्रोजन (N)
C. सल्फर (S)
D. कार्बन (C)
उत्तर: B. नाइट्रोजन (N)


67. आवर्त सारणी के समूह 1 के तत्व किस प्रकार के रासायनिक गुणधर्म दिखाते हैं?

A. वे अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं
B. वे कम प्रतिक्रियाशील होते हैं
C. वे विशेष रूप से हल्के होते हैं
D. वे केवल ठोस रूप में पाए जाते हैं
उत्तर: A. वे अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं


68. तत्वों का परमाणु क्रमांक किस आधार पर निर्धारित किया जाता है?

A. उनके रासायनिक गुण
B. उनके परमाणु द्रव्यमान
C. उनके नाभिक में प्रोटॉन की संख्या
D. उनके आयननाइजेशन ऊर्जा
उत्तर: C. उनके नाभिक में प्रोटॉन की संख्या


69. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व f-ब्लॉक में पाया जाता है?

A. लिथियम (Li)
B. प्लूटोनियम (Pu)
C. सोडियम (Na)
D. कैल्शियम (Ca)
उत्तर: B. प्लूटोनियम (Pu)


70. आवर्त सारणी के कौन से समूह में सबसे कम प्रतिक्रियाशील तत्व होते हैं?

A. समूह 1
B. समूह 2
C. समूह 18
D. समूह 17
उत्तर: C. समूह 18


71. निम्नलिखित में से किस तत्व को गैस के रूप में प्राप्त किया जा सकता है?

A. ब्रोमीन (Br)
B. आयोडीन (I)
C. नाइट्रोजन (N)
D. कार्बन (C)
उत्तर: C. नाइट्रोजन (N)


72. "नियोन" गैस किस समूह का सदस्य है?

A. समूह 1
B. समूह 2
C. समूह 17
D. समूह 18
उत्तर: D. समूह 18


73. सबसे हल्का संक्रमण धातु तत्व कौन सा है?

A. टाइटेनियम (Ti)
B. स्कैंडियम (Sc)
C. आयरन (Fe)
D. जिंक (Zn)
उत्तर: B. स्कैंडियम (Sc)


74. पोटैशियम (K) का रासायनिक गुणधर्म किससे संबंधित है?

A. यह क्षारीय धातु है और पानी के साथ तीव्र प्रतिक्रिया करता है
B. यह भारी धातु है और गंधहीन गैस पैदा करता है
C. यह एक संक्रमण धातु है और विद्युत प्रवाह को संचालित करता है
D. यह एक गैस है और उच्च तापमान पर संक्षिप्त होता है
उत्तर: A. यह क्षारीय धातु है और पानी के साथ तीव्र प्रतिक्रिया करता है


75. आवर्त सारणी में तत्वों की आवर्तीयता के कारण क्या होता है?

A. उनका परमाणु द्रव्यमान
B. उनके इलेक्ट्रॉनिक संरचना और परमाणु क्रमांक के आधार पर गुणधर्म
C. उनके नाभिक में न्यूट्रॉन की संख्या
D. उनका आकार और घनत्व
उत्तर: B. उनके इलेक्ट्रॉनिक संरचना और परमाणु क्रमांक के आधार पर गुणधर्म


यहाँ और कुछ आधुनिक आवर्त सारणी से संबंधित MCQs दिए गए हैं:


76. किस तत्व का परमाणु क्रमांक 20 है?

A. सोडियम (Na)
B. कैल्शियम (Ca)
C. मैग्नीशियम (Mg)
D. पोटैशियम (K)
उत्तर: B. कैल्शियम (Ca)


77. आवर्त सारणी में सबसे अधिक विद्युत ऋणात्मकता किसका है?

A. फ्लोरीन (F)
B. ऑक्सीजन (O)
C. क्लोरीन (Cl)
D. नाइट्रोजन (N)
उत्तर: A. फ्लोरीन (F)


78. आवर्त सारणी में समूह 3-12 के तत्वों को किस नाम से जाना जाता है?

A. ट्रांज़िशन धातुएं
B. क्षार धातु
C. क्षारीय पृथ्वी धातु
D. अधातु
उत्तर: A. ट्रांज़िशन धातुएं


79. "सोडियम" और "पोटैशियम" के रासायनिक गुणों में सबसे बड़ा अंतर क्या है?

A. पोटैशियम हल्की धातु है, जबकि सोडियम भारी धातु है।
B. पोटैशियम अधिक प्रतिक्रियाशील है, जबकि सोडियम कम प्रतिक्रियाशील है।
C. पोटैशियम गैसीय अवस्था में पाया जाता है, जबकि सोडियम ठोस है।
D. पोटैशियम को पानी में डाले जाने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं होती, जबकि सोडियम प्रतिक्रिया करता है।
उत्तर: B. पोटैशियम अधिक प्रतिक्रियाशील है, जबकि सोडियम कम प्रतिक्रियाशील है।


80. आवर्त सारणी में समूह 2 के तत्वों को किस नाम से जाना जाता है?

A. क्षार धातु
B. क्षारीय पृथ्वी धातु
C. हैलोजन
D. अधातु
उत्तर: B. क्षारीय पृथ्वी धातु


81. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व एक गैसीय धातु है?

A. लोहा (Fe)
B. निऑन (Ne)
C. हाइड्रोजन (H)
D. सिलिकॉन (Si)
उत्तर: C. हाइड्रोजन (H)


82. कौन सा तत्व गैसीय अवस्था में सबसे अधिक तापमान पर पाया जाता है?

A. नाइट्रोजन (N)
B. ऑक्सीजन (O)
C. हीलियम (He)
D. कार्बन (C)
उत्तर: A. नाइट्रोजन (N)


83. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व "नाइट्रोजन परिवार" से संबंधित है?

A. बोरॉन (B)
B. सल्फर (S)
C. ऑक्सीजन (O)
D. आर्सेनिक (As)
उत्तर: D. आर्सेनिक (As)


84. आवर्त सारणी में "बोरॉन परिवार" का एक उदाहरण क्या है?

A. अल्यूमीनियम (Al)
B. सिलिकॉन (Si)
C. गैलियम (Ga)
D. टेल्यूरियम (Te)
उत्तर: A. अल्यूमीनियम (Al)


85. "आयननाइजेशन ऊर्जा" का क्या मतलब है?

A. किसी परमाणु को आयन में बदलने के लिए आवश्यक ऊर्जा
B. किसी परमाणु का तापमान बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊर्जा
C. परमाणु से इलेक्ट्रॉन को बाहर निकालने के लिए आवश्यक ऊर्जा
D. किसी तत्व को दूसरे तत्व में बदलने के लिए ऊर्जा
उत्तर: C. परमाणु से इलेक्ट्रॉन को बाहर निकालने के लिए आवश्यक ऊर्जा


86. "आवर्तीयता" (Periodicity) का क्या अर्थ है?

A. गुणों का आवधिक रूप से बदलना
B. गुणों का समान रूप से फैलना
C. गुणों का अनियमित रूप से बदलना
D. गुणों का समायोजन करना
उत्तर: A. गुणों का आवधिक रूप से बदलना


87. समूह 17 के तत्वों में किसे सबसे ज्यादा प्रतिक्रियाशील माना जाता है?

A. ब्रोमीन (Br)
B. फ्लोरीन (F)
C. आयोडीन (I)
D. क्लोरीन (Cl)
उत्तर: B. फ्लोरीन (F)


88. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व "नoble गैस" है?

A. क्लोरीन (Cl)
B. निऑन (Ne)
C. ब्रोमीन (Br)
D. कार्बन (C)
उत्तर: B. निऑन (Ne)


89. किस तत्व का परमाणु क्रमांक 92 है?

A. यूरेनियम (U)
B. प्लूटोनियम (Pu)
C. टोरीयम (Th)
D. रदरफोर्डियम (Rf)
उत्तर: A. यूरेनियम (U)


90. आवर्त सारणी में इलेक्ट्रॉन की संख्या किस पर निर्भर करती है?

A. परमाणु द्रव्यमान
B. परमाणु क्रमांक
C. परमाणु त्रिज्या
D. परमाणु आकार
उत्तर: B. परमाणु क्रमांक


यहाँ और कुछ MCQs दिए गए हैं, जो आधुनिक आवर्त सारणी से संबंधित हैं:


91. कौन सा तत्व अधिकतम तापमान पर गैसीय अवस्था में पाया जाता है?

A. नाइट्रोजन (N)
B. कार्बन (C)
C. हीलियम (He)
D. ऑक्सीजन (O)
उत्तर: A. नाइट्रोजन (N)


92. निम्नलिखित में से कौन सा एक "हलोजन" तत्व है?

A. ब्रोमीन (Br)
B. ऑक्सीजन (O)
C. नाइट्रोजन (N)
D. सिलिकॉन (Si)
उत्तर: A. ब्रोमीन (Br)


93. आवर्त सारणी में "नoble गैस" तत्वों की सबसे प्रमुख विशेषता क्या है?

A. ये रासायनिक रूप से बहुत प्रतिक्रियाशील होते हैं।
B. ये उच्च तापमान पर गैसीय रूप में रहते हैं।
C. इनके पास पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक स्तर होते हैं।
D. ये ठोस अवस्था में होते हैं।
उत्तर: C. इनके पास पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक स्तर होते हैं।


94. कौन सा तत्व गैसीय अवस्था में एकल परमाणु के रूप में मौजूद रहता है?

A. ऑक्सीजन (O)
B. हाइड्रोजन (H)
C. क्लोरीन (Cl)
D. नाइट्रोजन (N)
उत्तर: D. नाइट्रोजन (N)


95. "द्रव्य के विभिन्न रूपों के बीच बदलाव" किसे कहते हैं?

A. संघटन
B. मिश्रण
C. त्रिज्या
D. संक्रमण
उत्तर: D. संक्रमण


96. आवर्त सारणी के समूह 2 के तत्वों को "क्षारीय पृथ्वी धातु" क्यों कहा जाता है?

A. ये तत्व बहुत हल्के होते हैं।
B. इनकी विद्युत प्रवाह में उच्चता होती है।
C. इनकी जल के साथ तीव्र प्रतिक्रिया होती है।
D. इनकी धातु की चमक होती है।
उत्तर: C. इनकी जल के साथ तीव्र प्रतिक्रिया होती है।


97. आवर्त सारणी में समूह 1 के तत्वों का सामान्य गुण क्या है?

A. वे आसानी से बर्फ में बदल जाते हैं।
B. वे धातु होते हुए भी गैसीय अवस्था में मिलते हैं।
C. ये अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं।
D. ये अपनी बाहरी परत में एक इलेक्ट्रॉन छोड़ते हैं।
उत्तर: C. ये अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं।


98. वेलेंस इलेक्ट्रॉनों की संख्या किसके द्वारा निर्धारित होती है?

A. परमाणु द्रव्यमान
B. परमाणु क्रमांक
C. इलेक्ट्रॉनिक संरचना
D. परमाणु त्रिज्या
उत्तर: C. इलेक्ट्रॉनिक संरचना


99. तत्वों के "आवर्तीय गुण" क्यों होते हैं?

A. उनका परमाणु द्रव्यमान
B. उनकी परमाणु संरचना में समानता
C. उनके परमाणु आकार का अंतर
D. उनके न्यूट्रॉन की संख्या में समानता
उत्तर: B. उनकी परमाणु संरचना में समानता


100. "आयननाइजेशन ऊर्जा" क्या होती है?

A. किसी तत्व को एक नया आयन बनाने के लिए ऊर्जा।
B. किसी तत्व से इलेक्ट्रॉन को हटाने के लिए आवश्यक ऊर्जा।
C. किसी आयन से ऊर्जा को निकालने के लिए ऊर्जा।
D. किसी तत्व को उच्चतम ऊर्जा स्थिति में लाने के लिए ऊर्जा।
उत्तर: B. किसी तत्व से इलेक्ट्रॉन को हटाने के लिए आवश्यक ऊर्जा।


101. आवर्त सारणी में किस तत्व का परमाणु क्रमांक 35 है?

A. ब्रोमीन (Br)
B. क्लोरीन (Cl)
C. आयोडीन (I)
D. आर्सेनिक (As)
उत्तर: A. ब्रोमीन (Br)


102. "उत्तरी ध्रुव में गैसों की अधिकता" किससे संबंधित है?

A. गैसीय अवस्था में स्थित तत्वों के रासायनिक गुण
B. गैसीय अवस्था में स्थित तत्वों के भौतिक गुण
C. गैसीय तत्वों की तापमान पर प्रतिक्रिया
D. गैसीय तत्वों का तापमान पर परिवर्तन
उत्तर: B. गैसीय अवस्था में स्थित तत्वों के भौतिक गुण


103. किस तत्व का परमाणु क्रमांक 8 है?

A. कार्बन (C)
B. ऑक्सीजन (O)
C. नाइट्रोजन (N)
D. फ्लोरीन (F)
उत्तर: B. ऑक्सीजन (O)


104. आवर्त सारणी में "गैलियम" का रासायनिक गुणधर्म क्या है?

A. यह गैसीय तत्व है
B. यह ठोस रूप में पाया जाता है और पानी से प्रतिक्रिया करता है
C. यह उच्च तापमान पर बर्फ की तरह सख्त हो जाता है
D. यह एक निष्क्रिय गैस है
उत्तर: B. यह ठोस रूप में पाया जाता है और पानी से प्रतिक्रिया करता है


105. "कैल्शियम" किस समूह का तत्व है?

A. समूह 1
B. समूह 2
C. समूह 17
D. समूह 18
उत्तर: B. समूह 2



20 January, 2025

प्रकाश का परावर्तन- अपवर्तन



परावर्तन 

रावर्तन (अंग्रेज़ी:Reflection) अर्थात "जब कोई प्रकाश की किरण एक माध्‍यम से चलकर दूसरे माध्‍यम की सतह से टकराकर वापस उसी माध्‍यम में लौट आये तो इस घटना अथवा क्रिया को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं।"


परावर्तन के नियम


प्रकाश के परावर्तन के निम्न नियम हैं-
1.आने वाली किरण (आपाती किरण), परावर्तित किरण (जाने वाली किरण) एवं अभिलम्‍ब तीनों एक ही तल में होते हैं।
2.आपतन कोण (i), परावर्तन कोण (r) के बराबर होता है। अतः i = r

इसका अर्थ यह निकलता है कि जितने कोण पर कोई प्रकाश की किरण किसी दर्पण पर गिरेगी, वह उतने ही कोण से गिरने के पश्‍चात वापस चली जायेगी।
3.परावर्तन की क्रिया में प्रकाश की आवृति एवं चाल परिवर्तित नहीं होती अर्थात प्रकाश की ऊर्जा कम नहीं होती है।
4.नियम 2 से कहा जा सकता है कि यदि आपतन कोण शून्‍य हो तो परावर्तन कोण भी शून्‍य होगा। इस स्‍थिति में प्रकाश की किरण जिस मार्ग से आती है, उसी मार्ग से वापस चली जाती है या इसे इस प्रकार भी कह सकते हैं कि अभिलम्‍बवत आपतन की स्‍थिति में प्रकाश किरण अपने आगमन मार्ग से परावर्तित हो जाती है।


अपवर्तन

जब प्रकाश की किरणें एक पारदर्शी माध्यम में प्रवेश करती है, तो दोनों माध्यमों को अलग करने वाले तल पर अभिलम्बत् आपाती होने पर बिना मुड़े सीधे निकल जाती है, परन्तु तिरछी आपाती होने पर वे अपनी मूल दिशा से विचलित हो जाती है। इस घटना को प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं। जब प्रकाश की कोई किरण विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रवेश करती है, तो दोनों माध्यमों के पृष्ठ पर खींचे गए अभिलंब की ओर झुक जाती है तथा जब किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती, तो वह अभिलंब से दूर हट जाती है, लेकिन जो किरण अभिलंब के समांतर प्रवेश करती है, उनके पथ में कोई परिवर्तन नहीं होता।


अपवर्तन के नियम


  • आपतित किरण, अभिलंब तथा अपवर्तित किरण तीनों एक ही समतल में स्थित होते हैं।
  • किन्हीं दो माध्यमों के लिए आपतन कोण के ज्या (sine) तथा अपवर्तन कोण के ज्या का अनुपात एक नियतांक होता है। अर्थात्

 (नियतांक)
नियतांक को पहले माध्यम के सापेक्ष दूसरे माध्यम का अपवर्तनांक कहते हैं। इस नियम को स्नेल का नियम भी कहते हैं।
  • किसी माध्यम का अपवर्तनांक भिन्न-भिन्न रंग के प्रकाश के लिए भिन्न-भिन्न होता है। तरंगदैर्ध्य बढ़ने के साथ अपवर्तनांक का मान कम हो जाता है। अतः लाल रंग का अपवर्तनांक सबसे कम तथा बैंगनी रंग का अपवर्तनांक सबसे अधिक होता है।
  • ताप बढ़ने पर भी सामान्यतः अपवर्तनांक घटता है। लेकिन यह परिवर्तन बहुत ही कम होता है।
  • किसी माध्यम का निरपेक्ष अपवर्तनांक निर्वात में प्रकाश की चाल तथा उस माध्यम में प्रकाश की चाल के अनुपात के बराबर होता है। अर्थात्
निर्वात अपवर्तनांक  = निर्वात में प्रकाश की चाल / माध्यम में प्रकाश की चाल

अपवर्तनांक के कारण घटित घटनाएँ

  • द्रव में अंशतः डूबी हुई सीधी छड़ टेढ़ी दिखाई पड़ती है।
  • तारे टिमटिमाते हुए दिखाई पड़ते हैं।
  • सूर्योदय के पहले एवं सूर्यास्त के बाद भी सूर्य दिखाई देते हैं।
  • पानी से भरे किसी बर्तन की तली में पड़ा हुआ सिक्का ऊपर उठा हुआ दिखाई पड़ता है।
  • जल के अन्दर पड़ी हुई मछली वास्तविक गहराई से कुछ ऊपर उठी हुई दिखाई पड़ती है।
  • पूर्ण आन्तरिक परावर्तन  

पूर्ण आन्तरिक परावर्तन (अंग्रेज़ीTotal Internal Reflection) एक प्रकाशीय परिघटना है।

प्रकाश हमेशा ही एक माध्यम से प्रकाशीय रूप से सघन माध्यम में जा सकता है, लेकिन यह विरल माध्यम में हमेशा नहीं जा सकता। जब प्रकाश किरणें सघन माध्यम से विरल माध्यम के पृष्ठ पर आपतित हो रही हों और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक हो, तब प्रकाश का अपवर्तन नहीं होता, बल्कि संपूर्ण प्रकाश परावर्तित होकर उसी माध्यम में लौट जाता है। इस घटना को 'पूर्ण आन्तरिक परावर्तन' कहते हैं।

पूर्ण आन्तरिक परावर्तन का एक उपयोगी प्रयोग ऑप्टिकल फाइबर में किया जाता है। प्रकाशीय तन्तुओं का कार्य पूर्ण आन्तरिक परावर्तन के सिद्धान्त पर ही आधारित है।

प्रकाश का प्रकीर्णन 

प्रकाश का प्रकीर्णन (अंग्रेज़ीLight Scattering) वह प्रकीर्णन है, जिसमें ऊर्जा का वाहक और प्रकीर्ण होने वाला विकिरण प्रकाश होता है।
परिभाषा
जब प्रकाश अणुओं, परमाणुओं व छोटे-छोटे कणों पर आपतित होता है तो उसका विभिन्न दिशाओं में प्रकीर्णन हो जाता है। जब सूर्य का प्रकाश जो कि सात रंगों का बना होता है, वायुमंडल से गुजरता है तो वह वायुमंडल में उपस्थित कणों द्वारा विभिन्न दिशाओं में प्रसारित हो जाता है। इस प्रक्रिया को ही 'प्रकाश का प्रकीर्णन' कहते हैं।

आकाश का रंग सूर्य के प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण ही नीला दिखाई देता है।

इंद्रधनुष  

परावर्तन, पूर्ण आन्तरिक परावर्तन तथा अपवर्तन द्वारा वर्ण विक्षेपण का सबसे अच्छा उदाहरण इन्द्रधनुष है। बरसात के मौसम में जब पानी की बूँदे सूर्य पर पड़ती है तब सूर्य की किरणों का विक्षेपण ही इंद्रधनुष के सुंदर रंगों का कारण बनता है। आकाश में संध्या के समय पूर्व दिशा में तथा प्रात:काल पश्चिम दिशा में, वर्षा के पश्चात् लालनारंगीपीलाहराआसमानीनीला, तथा बैंगनी रंगों का एक विशालकाय वृत्ताकार वक्र कभी-कभी दिखाई देता है। यह इंद्रधनुष कहलाता है।

प्रकार

इन्द्रधनुष दो प्रकार के होते है जो इस प्रकार हैं:-
  • प्राथमिक इन्द्रधनुष
  • द्वितीयक इन्द्रधनुष

इन्द्रधनुष

प्राथमिक इन्द्रधनुष

जब वर्षा की बूँदों पर आपतित होने वाली सूर्य की किरणों का दो बार अपवर्तन व एक बार परावर्तन होता है, तो प्राथमिक इन्द्रधनुष का निर्माण होता है। प्राथमिक इन्द्रधनुष में लाल रंग बाहर की ओर और बैंगनी रंग अन्दर की ओर होता है। इसमें अन्दर वाली बैंगनी किरण आँख पर 40°8' तथा बाहर वाली लाल किरण आँख पर 42°8' का कोण बनाती है।

द्वितीयक इन्द्रधनुष

जब वर्षा की बूँदों पर आपतित होने वाली सूर्य की किरणों का दो बार अपवर्तन व दो बार परावर्तन होता है, तो द्वितीयक इन्द्रधनुष का निर्माण होता है। इसमें बाहर की ओर बैंगनी रंग एवं अन्दर की ओर लाल रंग होता है। बाहर वाली किरण आँख पर 54°52' का कोण तथा अन्दर वाली किरण 50°8' का कोण बनाती है। द्वितीयक इन्द्रधनुष प्राथमिक इन्द्रधनुष की अपेक्षा कुछ धुँधला दिखलाई पड़ता है।

वर्ण विक्षेपण  

जब सूर्य का प्रकाश प्रिज़्म से होकर गुजरता है तो वह अपवर्तन के पश्चात् प्रिज़्म के आधार की ओर झुकने के साथ-साथ विभिन्न रंगों के प्रकाश में बँट जाता है। इस प्रकार से प्राप्त रंगों के समूह को वर्णक्रम कहते हैं तथा श्वेत प्रकाश का अपने अवयवी रंगों में विभक्त होना वर्ण विक्षेपणकहलाता है।
  • सूर्य के प्रकाश से प्राप्त रंगों में बैंगनी रंग का विक्षेपण सबसे अधिक एवं लाल रंग का विक्षेपण सबसे कम होता है।
  • न्यूटन ने 1666 ई. में पाया कि भिन्न-भिन्न रंग भिन्न-भिन्न कोणों से विक्षेपित होते हैं।
  • वर्ण विक्षेपण किसी पारदर्शी पदार्थ में भिन्न-भिन्न रंगों के प्रकाश के भिन्न-भिन्न वेग होने के कारण होता है। अतः किसी पदार्थ का अपवर्तनांक भिन्न-भिन्न होता है।

    वर्णक्रम 

    • जब सूर्य का प्रकाश प्रिज़्म से होकर गुजरता है, तो वह अपवर्तन के पश्चात् प्रिज़्म के आधार की ओर झुकने के साथ-साथ विभिन्न रंगों के प्रकाश में बँट जाता है। इस प्रकार से प्राप्त रंगों के समूह को वर्णक्रम कहते हैं।
    • अंग्रेज़ी भाषा में इसे स्पैक्ट्रम (Spectrum) कहा जाता है।
    • इसे नापने में मेगाहर्ट्ज का प्रयोग किया जाता है।
    • वर्णक्रम की आवृत्तियों की दूरी एक मानक द्वारा तय की जाती है।

''कार्बन और उसके यौगिक''

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Class- 10 Science              
 ''कार्बन और उसके यौगिक''

अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न-1 कार्बनिक यौगिक विद्युत का चालन क्यों नहीं करते हैं?

उत्तर- कार्बनिक यौगिकों में आयनों की अनुपस्थिति के कारण ये विद्युत का चालन नहीं करते हैंअर्थात ये विद्युत के कुचालक होते हैं।

प्रश्न-2 एथीन के एक अणु में उपस्थित बन्धों का प्रकार व उनकी संख्या बताइए।

उत्तर- एथीन के एक अणु में एकल बन्ध की संख्या व द्विबन्ध की संख्या होती है।

प्रश्न-3 ग्रेफाइट के उपयोग बताइए।

उत्तर-

1. मशीनों में स्नेहक के रूप में

2. शुष्क सेलों में इलेक्ट्रोड बनाने में

3. पेन्सिल के क्रोड (लेड) बनाने में

प्रश्न-4 एल्काइन सजातीय श्रेणी के प्रथम सदस्य का नाम बताइए।

उत्तर- एल्काइन सजातीय श्रेणी के प्रथम सदस्य का नाम एथाइन या एसिटिलीन है।

प्रश्न-5 चक्रीय हाइड्रोकार्बन क्या हैएक असंतृप्त चक्रीय हाइड्रोकार्बन का नाम बताइए।

उत्तर- वे हाइड्रोकार्बन हैं जिनमें कार्बन परमाणु वलय के रूप में व्यवस्थित होते हैंउन्हें चक्रीय हाइड्रोकार्बन कहते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं-

1. संतृप्त चक्रीय हाइड्रोकार्बनजैसे- साइक्लोपेण्टेन तथा

2. असंतृप्त चक्रीय हाइड्रोकार्बन जैसे- बैंजीन

प्रश्न-6 परिशोधित स्पिरिट व परिशुद्ध एल्कोहल क्या हैं?

उत्तर- 5 प्रतिशत जल युक्त एथेनॉल को परिशोधित स्पिरिट तथा 100 प्रतिशत शुद्ध एथेनॉल को परिशुद्ध एल्कोहोल कहते है। एथेनॉल एक उदासीन यौगिक है जो लिटमस पर कोई प्रभाव नहीं डालता।

प्रश्न-7 साबुन के अणु की संरचना के दोनों भागों के नाम बताइए।

उत्तर- साबुन अणु दो भागों का बना होता है।

1. लम्बा हाइड्रोकार्बन भाग (जल विरोधी सिरा)-

यह भाग जल विरोधी सिरा होता है जो जल में विलेय नहीं होता है किन्तु तेल व ग्रीस जैसे हाइड्रोकार्बन्स में विलेय होता है।

2.  -COO-Na+ युक्त छोटा आयनिक भाग (जलरागी सिरा)-

यह जलरागी सिरा होता है जो जल में विलेय होता है किन्तु तेल व ग्रीस में अविलेय होता है।

प्रश्न-8 संरचनात्मक समावयव किसे कहते हैं?

उत्तर- ऐसे यौगिक जिनका आणविक सूत्र समान लेकिन उनका संरचना सूत्र भिन्न होता हैउन्हें संरचनात्मक समावयव कहते हैं।

प्रश्न-9 विषम परमाणु किसे कहते हैं?

उत्तर- कार्बनिक यौगिकों में हाइड्रोजन को प्रतिस्थापित करने वाले तत्वों को विषम परमाणु कहते हैं।

प्रश्न-10 साइक्लोपेन्टेन का सूत्र तथा इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना क्या होंगे?

उत्तर-

प्रश्न-11 कार्बन के कौन-कौनसे अपररूप होते हैं?

उत्तर- हीराग्रेफाइटचारकोल और फुलरीन।

प्रश्न-12 ग्रेफाइट की संरचना कैसी होती है?

उत्तर- ग्रेफाइट में कार्बन परमाणुओं का षट्कोणीय व्यूह होता है जो एक ही तल पर होता है। इसमें कार्बन का प्रत्येक परमाणु अन्य तीन कार्बन परमाणुओं के साथ आबंध बनाता है। इनमें से एक आबंध द्विआबंधी होता है जिसके कारण कार्बन की संयोजकता पूर्ण होती है। ग्रेफाइट की संरचना में षट्कोणीय तल एक दूसरे के ऊपर व्यवस्थित होते हैंइसी कारण ग्रे़फाइट चिकना तथा फिसलनशील होता है।

प्रश्न-13 हीरे की संरचना कैसी होती है?

उत्तर- हीरे में कार्बन का प्रत्येक परमाणु कार्बन के चार अन्य परमाणुओं के साथ आबंधित होता है जिससे एक दृढ़ त्रिआयामी संरचना बनती है। इसी कारण हीरा कठोर पदार्थ है। हीरा अब तक का ज्ञात सर्वाधिक कठोर पदार्थ है।

प्रश्न-14 संश्लेषित हीरा कैसे बनाया जाता है?

उत्तर- शुद्ध कार्बन को अत्यधिक उच्च दाब एवं ताप पर उपचारित (subjecting) करके हीरे को संश्लेषित किया जा सकता है। ये संश्लिष्ट हीरे प्राकृतिक हीरों जैसे ही होते हैं किंतु ये आकार में छोटे होते हैं।

प्रश्न-15 फुलेरीन क्या हैइसकी संरचना कैसी होती है?

उत्तर- फुलेरीन भी कार्बन का एक अपररूप है। इसके एक अणु में 60 कार्बन परमाणु होते है जो फुटबॉल के रूप के समान व्यवस्थित होते हैं। चूंकि इसके अणु का आकार अमेरिकी आर्किटेक्ट बकमिंस्टर फु़लर द्वारा डिजाइन किए गए जियोडेसिक गुंबद के समान होता हैंइसीलिए इस अणु का नाम फुलेरीन रखा गया।

प्रश्न-16 CO2 सूत्र वाले कार्बन डाइऑक्साइड की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या होगी?

उत्तर-


प्रश्न-17 संतृप्त कार्बनिक यौगिक किसे कहते हैं?

उत्तर- जिस कार्बनिक यौगिक में कार्बन परमाणुओं के बीच केवल एकल आबंध होते हैंउन्हें संतृप्त कार्बनिक यौगिक कहते हैं। सामान्यतः ये यौगिक कम अभिक्रियाशील होते हैं। 

            जैसे-    &C& C& C& C& C&

प्रश्न-18 असंतृप्त कार्बनिक यौगिक किसे कहते हैं?

उत्तर- जिस कार्बनिक यौगिक में कार्बन परमाणुओं के बीच एकल आबंध के अलावा द्वि- अथवा त्रि-आबंध भी होते हैंउन्हें संतृप्त कार्बनिक यौगिक कहते हैं। सामान्यतः ये यौगिक अधिक अभिक्रियाशील होते हैं।

            जैसे-   &C= C= C& (द्वि-आबंध) या     &C ≡ C& (त्रि-आबंध)

प्रश्न-19 कार्बन का कौनसा अपररूप विद्युत् का चालक होता है?

उत्तर- ग्रेफाईट

प्रश्न-20 भूपर्पटी में खनिजों (जैसे कार्बोनेटहाइड्रोजनकार्बोनेटकोयला एवं पेट्रोलियम) के रूप में केवल कितने प्रतिशत कार्बन उपस्थित है?

उत्तर- 0.02%

प्रश्न-21 वायुमंडल में केवल कितने प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड उपस्थित है?

उत्तर- 0.03%

प्रश्न-22 कार्बनिक यौगिक बनाने में कार्बन अन्य परमाणुओं के साथ कौनसा आबंधन बनाता है?

उत्तर- सहसंयोजी आबंधन

प्रश्न-23 अमोनिया के अणु NH3 की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना को चित्रित कीजिए।

उत्तर-

प्रश्न-24 मीथेन के अणु CH4 की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना को चित्रित कीजिए।

उत्तर-

प्रश्न-25 बायोगैस एवं संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG) के प्रमुख घटक का नाम व सूत्र बताइए।

उत्तर- मीथेन CH4

प्रश्न-26 निम्नांकित के अणुसूत्र लिखिए-

1. एथेन     2. प्रोपेन     3. ब्यूटेन     4. पेन्टेन

उत्तर-

1. एथेन  C2H6     2. प्रोपेन C3H8      3. ब्यूटेन C4H10     4. पेन्टेन C5H12

प्रश्न-27 निम्नांकित के अणुसूत्र लिखिए-

1. बेंजीन     2. एथीन           3. एथाइन

उत्तर-

1. बेंजीन  C6H6    2. एथीन  C2H4          3. एथाइन  C2H2

प्रश्न-28 ब्यूटेनॉन चर्तु-कार्बन यौगिक का प्रकार्यात्मक समूह बताइए।

उत्तर- कीटोन

प्रश्न-29 एथेन (आण्विक सूत्र- C2H6) में कितने सहसंयोजक आबंध हैं?

उत्तर- 7

प्रश्न-30 खाना बनाते समय यदि बर्तन की तली बाहर से काली हो रही है तो इसका क्या कारण है?

उत्तर- ईंधन पूरी तरह से नहीं जल रहा है।

लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न-1 कार्बन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास क्या हैकार्बन मुख्यत सहसंयोजक आबन्धन द्वारा यौगिकों का निर्माण क्यों करता हैं?

उत्तर- कार्बन में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 6 होती है। अतः इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1S22S2 2P2 है। यह अपने बाहरी कोश में अक्रिय गैस विन्यास प्राप्त करने के लिए इलेक्ट्रॉनों का साझा करता है। इलेक्ट्रॉनों का साझा करने के कारण कार्बन द्वारा बनाए जाने वाले बन्ध सहसंयोजक बन्ध कहलाते हैं।

प्रश्न-2 हीरा और ग्रेफाइट की संरचना में क्या भिन्नता होती है?

उत्तर-

क्र. सं.
विशेषता
हीरा
ग्रेफाइट
1
कठोरता
कार्बन परमाणुओं की त्रिविम समचतुष्फलकीय व्यवस्था के कारण यह कठोरतम पदार्थ है।
कार्बन परमाणुओं की षटभुजाकार परत संरचनाके कारण यह एक मुलायम पदार्थ है।
2
विद्युत चालकता
मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होने से विद्युत का कुचालकहोता है।
मुक्त इलेक्ट्रॉन उपलब्ध होने के कारण विद्युत का सुचालक होता है।

प्रश्न-3 हाइड्रोकार्बन क्या हैएल्केनएल्कीन व एल्काइन का सामान्य सूत्र दीजिए।

उत्तर- केवल हाइड्रोजन और कार्बन से बने यौगिकहाइड्रोकार्बन कहलाते है। ये दो प्रकार के होते हैं-

1 संतृप्त हाइड्रोकार्बन जैसे-एल्केन

2 असंतृप्त हाइड्रोकार्बन जैसे- एल्कीन व एल्काइन।

एल्केन का सामान्य सूत्र CnH2n+2एल्कीन का सामान्य सूत्र CnH2n तथा एल्काइन का सामान्य सूत्र CnH2n-2 होता है।

प्रश्न-4 हाइड्रोकार्बन्स की सजातीय श्रेणी से क्या तात्पर्य हैएल्कीन की सजातीय श्रेणी के प्रथम दो सदस्यों के नाम दीजिए।

उत्तर- समान संरचनाओं और समान रासायनिक गुणधर्मों वाले कार्बनिक यौगिकों के उस समूह को सजातीय श्रेणी कहते हैंजिसमें समान क्रियात्मक समूह होता है एवं जिसमें क्रमागत यौगिकों के सूत्र में CH2 समूह का एवं आण्विक द्रव्यमान में 14 u का अन्तर होता है। एल्कीन्स की सजातीय श्रेणी का सामान्य सूत्र CnH2n होता है व इसके प्रथम दो सदस्य हैं- एथीन C2H2 व प्रोपीन C3H6

प्रश्न-5 ब्यूटेन व आइसोब्यूटेन किस प्रकार के समावयव हैंब्रोमोपेण्टेन के इस प्रकार के कितने समावयव हो सकते हैं?

उत्तर- ब्यूटेन व आइसोब्यूटेन के अणुसूत्र समान हैं किन्तु संरचना भिन्न होती है अतः ये संरचनात्मक समावयव हैं।

ब्रोमोपेण्टेन के तीन संरचनात्मक समावयव सम्भव है-

(1) द-ब्रोमोपेण्टेन (2) आइसो ब्रोमोपेण्टेन (3) निओ ब्रोमोपेण्टेन

प्रश्न-5 निम्न हाइड्रोकार्बन्स का IUPAC नामकरण कीजिए-

(a) C3H8                      (b) C2H2                      (c) CH3CH2COOH                (d) CH3CHO

(e) CH3CH2OH          (f) CH3COCH3           (g) CH3Cl

उत्तर-

(a) C3Hप्रोपेन             (b) C2Hएथाइन      (c) CH3CH2COOH प्रोपेनोइक अम्ल

(d) CH3CHO एथेनैल        (e) CH3CH2OH एथेनॉल     (f) CH3COCH3  प्रोपेनोन

(g) CH3Cl क्लोरो मेथेन

प्रश्न-6 सभी एल्केन्स प्रतिस्थापन अभिक्रिया प्रदर्शित करते हैं। इस प्रकार की किसी प्रतिस्थापन अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण दीजिए।

उत्तर- संतृप्त हाइड्रोकार्बन या एल्केन्स सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में क्लोरीन के साथ प्रतिस्थापन अभिक्रियाएं प्रदर्शित करते हैं। इसमे हाइड्रोकार्बन के एक या अधिक हाइड्रोजन परमाणु क्लोरीन द्वारा प्रतिस्थापित कर दिए जाते हैं।

              CH4                         +          Cl2       →        CH3Cl                         +          HCl

प्रश्न-7 क्या होता है जब एथीन को निकल की उपस्थिति में हाइड्रोजन के साथ गर्म किया जाता है?

उत्तर- एथीन को जब निकल या पैलेडियम उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन के साथ गर्म किया जाता है तो एथेन की प्राप्ति होती है।

            CH2= CH2         +          H2          →     CH3 _ CH3

प्रश्न-8 कार्बन  उसके यौगिकों का उपयोग अधिकतर अनुप्रयोगों में ईंधन के रूप में क्यों किया जाता हैदहन की रासायनिक अभिक्रियाओं के उदाहरणदीजिए।

उत्तरवायु में कार्बन यौगिक के जलकर कार्बन डाइऑक्साइडजलऊष्मा  प्रकाश उत्पन्न करने की प्रक्रिया को दहन कहते हैं। कार्बन यौगिकों के जलकरअत्यधिक मात्रा में ऊष्मा ऊर्जा उत्पन्न करने के कारण ही अधिकांश कार्बन यौगिकों का अनुप्रयोग ईधन के रूप में किया जाता है।

1.  कार्बन का दहन      

              O2     CO2    +  ऊष्मा एवं प्रकाश

2.  मेथेन का दहन        

            CH4    2O2    CO2    2H2 +  ऊष्मा एवं प्रकाश

3. एल्कोहोल का दहन  

            CH3CH2OH    3O2      2CO2      3H2     ऊष्मा एवं प्रकाश

प्रश्न-9 हाइड्रोजनीकरण क्या हैइसका औद्योगिक अनुप्रयोग भी बताइए।

उत्तर- वनस्पति तेल जैसे मूंगफली का तेलबिनोले का तेल आदि द्वि आबन्धों युक्त असंतृप्त हाइड्रोकार्बन युक्त वसा है। ये कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में होते हैं। वनस्पति तेल निकैल अथवा पैलेडियम उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन के साथ संकलन अभिक्रिया कर वनस्पति घी नामक संतृप्त हाइड्रोकार्बन युक्त वसा बनाते हैं जो कमरे के ताप पर अर्धठोस अवस्था में होते हैं।
           वनस्पति तेल (असंतृप्त वसा)                 वनस्पति घी (संतृप्त वसा)

प्रश्न-10 कोयला व पेट्रोलियम को जीवाश्मी ईंधन क्यों कहते हैं?

उत्तर- कोयले व पेट्रोलियम को जीवाष्मी ईंधन भी कहते हैं क्योंकि वे अत्यन्त प्राचीन काल में पृथ्वी के नीचे दफन प्रागैतिहासिक पेड़-पौधों तथा जंतुओं के अवशेषों अर्थात जीवाष्मों के अपघटन द्वारा बने थे। पृथ्वी के अन्दर उच्च तापदाब और वायु की अनुपस्थिति में लकड़ी कोयले में परिवर्तित हो गई।

इसी प्रकार करोड़ों वर्ष पहले समुद्र के नीचे दफन अत्यन्त छोटे पौधों और जंतुओं के अवशेषों के जीवाणुओं द्वारा अपघटन एवं उच्च दाब द्वारा पेट्रोलियम व गैस का निर्माण हुआ।

प्रश्न-11 आणविक सूत्र C2H5OH का एक उदासीन कार्बनिक यौगिक x का अम्लीकृत पोटैशियम डाइक्रोमेट के साथ उपचयन करने पर सिरके जैसी गंध वाला एक अम्लीय यौगिक y बनता है। सान्द्र H2SO4 की उपस्थिति में यौगिक x को y के साथ गरम करने पर एक मधुर गंध वाला पदार्थ Z बनता है। x, y और Z के नाम व रासायनिक समीकरण लिखिए।

उत्तर- यौगिक X = C2H5OH (एथिल एल्कोहल), यौगिक Y = CH3COOH (एथेनोइक अम्ल) तथा यौगिक  Z = CH3COOC2H5 या एथिल एथेनोएट(एक एस्टरहैजो एक मधुर गंध वाला पदार्थ है।

अभिक्रियाओं के समीकरण-

            CH3CH2OH   +       2 [O]                   →       CH3COOH     H2O

            एथेनॉल         नवजात ऑक्सीजन            एथेनोइक अम्ल

                         (पोटैशियम डाइक्रोमेट से प्राप्त)

            CH3COOH      C2H5OH             →      CH3COOC2H5   +    H2O

                                                 एथिल एथेनोएट (एस्टर)

प्रश्न-12 मिसेल क्या हैयह कपडों की सफाई में किस प्रकार सहायक है?

उत्तर- जब साबुन को जल में विलेय किया जाता है तो यह इमल्शन (कोलाइड) बनाता है। जिसमें साबुन के अणु परस्पर गुच्छे में एकत्र होकर गोलाकार संरचना बनाते हैंजिसे मिसेल कहते हैं। इस मिसेल में हाइड्रोकार्बन सिरे केन्द्र की ओर निर्दिष्ट होते हैं और आयनिक सिरे बाहर की ओर। गन्दे कपडों को जब साबुन युक्त जल में डाला जाता है तो मिसेल में साबुन अणुओं के हाइड्रोकार्बन सिरे कपडे की सतह पर मौजूद तेल कणों से संलग्न होकर उन्हे फंसाकर रोक लेते हैं। जब गन्दे कपडों को साबुन विलयन में हिलायारगडा या पीटा जाता है तो मिसेल द्वारा फंसाए हुए ये तेल कण जल में बिखर जाते हैं और कपडों की गन्दगी को जल में विलीन कर देते हैं। इस प्रकार कपडों की गन्दगी जल में रह जाती है और कपड़े साफ हो जाते हैं।

प्रश्न-13 साबुन एवं अपमार्जक पर तुलनात्मक टिप्पणी कीजिए।

उत्तर-

क्र सं.
गुण  
साबुन
अपमार्जक
1
संरचना
उच्च कार्बोक्सिलिक अम्लों के सोडियम या पोटैशियम लवण
उच्च कार्बोक्सिलिक अम्लों के अमोनियम या सल्फोनेट लवण
2
कठोर जल के साथ क्रिया
कठोर जल के साथ झाग नहीं देते  
कठोर जल के साथ आसानी से झाग देते हैं
3
जीवाणुओं के द्वारा अपघटन
अपघटन नहीं होने से जल प्रदूषण करते हैं     
जीवाणुओं द्वारा जल अपघटन होने से जल प्रदूषण नहीं करते।


प्रश्न-14 एथेनॉल एक स्वच्छ ईंधन क्यों माना जाता हैगन्ने के रस से एथेनॉल कैसे प्राप्त करते हैं?

उत्तर-

एथेनॉल स्वच्छ नीली ज्वाला के साथ जलकर अत्यधिक मात्रा में ऊष्मा देता है तथा केवल CO2 व H2O देता है। एक साफ सुथरा ईंधन होने के कारण इसे पेट्रोल के साथ मिश्रित कर उपयोग में लिया जाता है। ईंधन के उपयोग का एथेनॉल अधिकांशतया गन्ने से प्राप्त किया जाता है। गन्ने के रस के क्रिस्टलीकरण से चीनी बनाने के बाद बचा गाढा भूरा द्रव शीरा कहलाता है। इस शीरे में अभी भी मौजूद तकरीबन 30 प्रतिशत चीनी के किण्वन द्वारा एथेनॉल प्राप्त किया जाता है।

प्रश्न-15 क्या होगा यदि असंतृप्त हाइड्रोकार्बन्स को शुद्ध ऑक्सीजन में जलाया जाए?


उत्तर- यदि असंतृप्त हाइड्रोकार्बन्स को शुद्ध ऑक्सीजन में जलाया जाए तो वे बिना धुएं की नीली ज्वाला के साथ पूर्ण रूप से जलेंगे। यही कारण है कि एसिटिलीन (एथाइन) व ऑक्सीजन का मिश्रण ऑक्सी-एसिटिलीन ज्वाला के रूप में उच्च ताप उत्पन्न करता है जो धातुओं की वेल्डिंग में प्रयुक्त होता है।

प्रश्न-16 विकृत एल्कोहल क्या है?

उत्तर- औद्योगिक कार्यों के लिए एथेनॉल को सरकार द्वारा सस्ता उपलब्ध करवाया जाता है। पीने के उद्देष्य से इस एथेनॉल की कालाबाजारी रोकने हेतु इसमे मेथेनॉलपिरिडीन या कॉपर सल्फेट जैसे विषैले पदार्थों को मिला दिया जाता है जिससे एल्कोहॉल पीने के अनुपयुक्त हो जाती है। इसे विकृत एल्कोहॉल कहते हैं। यह रंग में नीली होती हैजिससे यह आसानी से पहचानी जा सकती है।

प्रश्न-17 निम्नलिखित प्रकार्यात्मक समूहों का उनके अनुलग्नों से सुमेलित कीजिए-

1     ऐल्कोहॉल  ( -OH)                     (अ)   ऑइक अम्ल

2     ऐल्डिहाइड ( -CHO)                    (ब)   ऐन

3     कीटोन ( C )                          (स)   आइन

4     कार्बोक्सिलिक अम्ल ( -COOH)                (द)   ओन

5     एल्कीन ( C = C )                      (य)   ऑल

6     एल्काइन ( C ≡ C )                     (र)    ऐल

7     एल्केन  ( C - C )                      (ल)   ईन

उत्तर- 1 य2 र3 द4 अ5 ल6 स7 ब।

प्रश्न-18 कार्बन के दो गुणधर्म कौन से हैं जिनके कारण हमारे चारों ओर कार्बन यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है?

उत्तर-

1. कार्बन के ही अन्य परमाणुओं के साथ आबंध बनाने की अद्वितीय क्षमता होती है जिससे बड़ी संख्या मे अणु बनते हैं। इस गुण को श्रृंखलन (catenation) कहते हैं।

2. चूंकि कार्बन की संयोजकता चार होती हैअतः इसमें कार्बन के चार अन्य परमाणुओं अथवा कुछ अन्य एक संयोजक परमाणुओं के साथ आबंधन की क्षमता होती है। ऑक्सीजनहाइड्रोजननाइट्रोजनसल्फरक्लोरीन तथा अनेक अन्य तत्वों के साथ कार्बन के यौगिक बनते हैं,फलस्वरूप ऐसे विशेष गुण वाले यौगिक बनते हैं जो अणु में कार्बन के अतिरिक्त उपस्थित तत्व पर निर्भर करते हैं।













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